Maharashtra News: शिवसेना-यूबीटी नेता विनायक राउत (Vinayak Raut) ने निर्वाचन आयोग को बुधवार को चिट्ठी लिखकर रत्नीगिरी-सिंधुदुर्ग (Ratnagiri-Sindhudurg) में दोबारा मतदान कराए जाने की अपील की है. विनायक राउत हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के नारायण राणे (Narayan Rane) से हार गए हैं. विनायक राउत का आरोप है कि राणे भ्रष्टाचार और गैरकानूनी तरीके से चुनाव जीते हैं.
विनायक राउत के वकील असीम सरोडे ने चुनाव आयोग को लिखा है कि नारायण राणे ने चुनाव में भारी हेरफेर, अनुचित और भ्रष्ट आचरण किया था. नोटिस भेजकर चुनाव आयोग से एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है. पूर्व सीएम नारायण राणे ने विनायक राउत को 47,858 वोटों के अंतर से हराया है. ऐसा पहली बार है जब बीजेपी ने कोंकण क्षेत्र की रत्नीगिरी-सिंधुदुर्ग सीट जीती है.
हमारे पास रिश्वत देने का वीडियो मौजूद – विनायक राउत
वकील असीम सरोडे ने कहा कि हमारे मुवक्किल विनायक राउत न्याय के लिए संकल्पबद्ध हैं और नारायण राणे का चुनाव रद्द किया जाए क्योंकि उन्होंने भ्रष्ट और गैरकानूनी आचरण अपनाया जो निष्पक्ष चुनाव के संवैधानिक उद्देश्य के लिए नुकसानदेह है. नोटिस में कहा गया है क 7 मई को होने वाले मतदान से पहले आधिकारिक रूप से प्रचार खत्म होने के बाद भी बीजेपी के कार्यकर्ता राणे के लिए प्रचार करते रहे. यहां कैम्पेन पांच मई को शाम पांच बजे खत्म हो गया था.
नारायण राणे के बेटे पर भी लगाया गंभीर आरोप
नोटिस में कहा गया है कि हमारे मुवक्किल के पास वीडियो है जिसमें नारायण राणे के कार्यकर्ता रत्नीगिरी-सिंधुदुर्ग के मतदाताओं को रिश्वत दे रहे हैं और धमकी दे रहे हैं. इसमें आरोप लगाया गया है कि नारायण राणे के छोटे बेटे और विधायक नीतेश राणे ने अपने क्षेत्र में सरपंचों से कहा था कि उनके पक्ष में मतदान कराने के आधार पर फंड आवंटित करें.
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