Delhi Latest News: भारतीय जनता पार्टी के नेता पिछले कुछ समय से आप सरकार व पार्टी के नेताओं पर दिल्ली में रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को बसाने का आरोप लगा रहे हैं. अब इस मसले पर आप विधायक दिलीप पांडे ने बीजेपी पर पलटवार किया है. आप नेता ने कहा है कि बीजेपी खुद की जिम्मेदारी दूसरों न थोपे.
तिमारपुर विधानसभा सीट से आप के विधायक दिलीप पांडे ने दिल्ली पुलिस द्वारा रोहिंग्याओं पर हो रही कार्रवाई पर कहा, “यह साफ है कि जब बीजेपी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पाती है तो वह दूसरों पर दोष मढ़ देती है. बीजेपी अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल को दोषी ठहरा रही है, जबकि बांग्लादेश और भारत के बीच 4000 किलोमीटर की सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीधे गृह मंत्री अमित शाह की है.”
Delhi: On action being taken on Rohingyas in Delhi, AAP MLA Dilip Pandey says, “It is clear that when the BJP is unable to fulfill its responsibilities, they shift the blame onto others. They are blaming Arvind Kejriwal for the issue of illegal Bangladeshi immigrants, while the… pic.twitter.com/xYQNmadygE
— IANS (@ians_india) December 14, 2024
‘जिम्मेदारी से बच नहीं सकती’
उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई की सीधी जिम्मेदारी केंद्र सरकार ओर बीजेपी की है. इससे केंद्र सरकार मुकर नहीं सकती. उन्होंने इस मामले में बीजेपी पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है.
हरदीप पुरी का बयान पढ़ लें BJP नेता
दिलीप पांडे का आरोप है कि एक तरफ मोदी सरकार में मंत्री हरदीप पुरी संसद में बयान देते हैं कि उनकी सरकार रोहिंग्या को बसाने का काम कर रही है. उन्होंने रोहिंग्या को पुलिस सुरक्षा और ईडब्ल्यूएस फ्लैट में रखने की बात भी सोशल मीडिया पर ट्वीट कर साझा की है.
इसके बावजूद बीजेपी वाले आप पर ये आरोप लगाते हैं कि हम लोग रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों के दिल्ली में बसा रहे हैं. उनका ये आरोप निराधार है. बीजेपी को खुद के अंदर झांककर देखने की जरूरत है, वो क्या कर रही है?
दरअसल, 17 अगस्त 2022 को एक्स पर पोस्ट कर हरदीप पुरी ने कहा था कि कुछ लोगों ने भारत की शरणार्थी नीति को जान बूझकर CAA से जोड़कर इस पर झूठ फैला अपना करियर बनाया है, वे निराश होंगे. भारत यूएन शरणार्थी सम्मेलन 1951 का सम्मान करता है और उसका पालन करता है. सभी को शरण भी देता है. चाहे उनकी जाति, धर्म या पंथ कुछ भी क्यों न हो?
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