Why Hardik Pandya did not bowl IND vs BAN 2nd T20: भारत ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए दूसरे टी20 मैच में बांग्लादेश को 86 रनों से हरा दिया है. भारतीय टीम ने नितीश कुमार रेड्डी (Nitish Kumar Reddy) और रिंकू सिंह की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत पहले खेलते हुए 221 रनों का विशाल स्कोर बनाया था. जवाब में बांग्लादेश की टीम निर्धारित 20 ओवरों में 135 रन ही बना पाई. भारत ने सीरीज तो 2-0 से जीत ली है, लेकिन दूसरा मैच हार्दिक पांड्या को गेंदबाजी ना दिए जाने के कारण चर्चा में आ गया है.
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने गेंदबाजी के दौरान 7 बॉलर्स के हाथों में गेंद थमाई. नितीश रेड्डी, वरुण चक्रवर्ती और मयंक यादव ने अपने-अपने स्पेल के 4 ओवर पूरे किए. अर्शदीप सिंह ने 3, वहीं अभिषेक शर्मा और रियान पराग ने दो-दो ओवर बॉलिंग की. वॉशिंग्टन सुंदर से भी एक ओवर करवाया गया. जब इतने सारे गेंदबाजों का इस्तेमाल हो ही रहा था तो टीम के मेन ऑलराउंडर प्लेयर हार्दिक पांड्या को से बॉलिंग क्यों नहीं करवाई गई.
हार्दिक पांड्या के हाथों में गेंद ना थमाने के कारण टीम इंडिया के मैनेजमेंट और कप्तान सूर्यकुमार यादव को जमकर ट्रोल किया जा रहा है. एक फैन ने कहा कि जो ऑलराउंडर हर समय चर्चा में रहता है, उससे एक भी ओवर नहीं करवाया गया, वाह क्या बात है. दूसरी ओर किसी ने BCCI पर यह कहकर तंज कसा कि वह बोर्ड ही था जिसने गेंदबाजी स्किल्स को बेहतर करने के लिए हार्दिक को डोमेस्टिक क्रिकेट में भेजा था, लेकिन यहां उनके हाथ में गेंद तक नहीं थमाई गई.
हार्दिक अपने 103 मैचों के लंबे इंटरनेशनल टी20 करियर में 87 विकेट ले चुके हैं. वो बेहद अनुभवी गेंदबाज हैं और उनका विकल्प खुला होने के बावजूद उनके हाथ में गेंद नहीं थमाई गई. खैर इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि मैनेजमेंट एक नई टीम बनाने का प्रयास कर रहा है, इसलिए जब मैच लगभग भारत की झोली में आ चुका था तब हार्दिक की तरफ जाने के बजाय कप्तान ने युवा और नए गेंदबाजों से अधिक बॉलिंग करवाई.
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