इजराइल ने हिजबुल्लाह के खात्मे की ठान ली है. हाल ही में लेबनान की राजधानी बेरूत में इजराइल ने एक बहुमंजिला इमारत पर स्मार्ट बम गिराया, जिसके चलते वो इमारत कुछ सेकंड में ही जमींदोज हो गई. आरोप लगाया जा रहा है कि इस इमारत पर हिजबुल्लाह का कब्जा था. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर ये स्मार्ट बम क्या है और दुनिया में आखिर कितने तरह के बमों का इस्तेमाल होता है.
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क्या है स्मार्ट बम?
स्मार्ट बम, इसे गाइडेड म्युनिशन कहा जाता है. ये बम आज के समय की खास तकनीक से लैस होते हैं. ये बम GPS और लेजर जैसी तकनीकों का उपयोग करते हैं, जिससे ये अपने लक्ष्य पर बिल्कुल सटिक निशाना साधते हैं. इजरायल के स्मार्ट बमों ने बेरुत में भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे इस बम के असर के बारे में पता चला है.
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दुनिया में आखिर कितने प्रकार के बमों का हो रहा इस्तेमाल?
दुनिया में फिलहाल हर देश ने युद्ध जैसी परिस्थितियों से लड़ने के लिए खास तरह के बम बनाए हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर दुनियाभर में हैं कितने तरह के बम?
गाइडेड बम (Brilliant Bombs): ये बम अपने लक्ष्य को पहचानकर गिरते हैं. ये सटीकता से लक्ष्य को खत्म करते हैं. जैसे JDAM (Joint Direct Assault Ammo)
नॉन–गाइडेड बम (Imbecilic Bombs): ये आम बम होते हैं, जो बिना किसी गाइडेंस के गिरते हैं. लक्ष्य पर इनका निशाना होगा ही, इसकी ग्यारंटी नहीं होती. जैसे MK 82, MK 83.
क्लस्टर बम (Group Bombs): इनमें कई छोटे बम होते हैं, जो एक बार में हमला करने पर ही फैल जाते हैं और बड़े क्षेत्र को नुकसान पहुंचाते हैं. जैसे BLU-63/B.
परमाणु बम (Atomic Bombs): ये बम बड़े पैमाने पर विनाश कर सकते हैं और इनके प्रभाव से कई किलोमीटर का क्षेत्र प्रभावित होता है. ये सालों तक किसी क्षेत्र को प्रभावित बनाए रखते हैं. जैसे हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए बम.
फॉस्फोरस बम (Phosphorus Bombs): ये जलते हुए फॉस्फोरस का इस्तेमाल करते हैं, जिससे आग लगती है और इससे भारी नुकसान होता है. इसका नुकसान भी सालों तक देखा जा सकता है. जैसे M825A1.
माइन (Mines): ये बम जमीन में दबाए जाते हैं और जब कोई उन पर चलता है तो विस्फोट करते हैं. इन बमों का इस्तेमाल जमीन में गाड़कर किया जाता है. जैसे एंटी–व्यक्ति माइन.
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