<p class="p1" style="text-align: justify;">तमिलनाडु में मानसून के बाद हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है<span class="s1">. </span>राज्य के कई हिस्से इस समय बाढ़ के हालातों से जूझ रहे हैं<span class="s1">. </span>ऐसे में ये स्थिति लोगों के लिए चिंता का विषय बन गयी है<span class="s1">. </span>जहां देश के अन्य क्षेत्रों में मानसून पूरी तरह चला गया है वहीं तमिलनाडु में ये स्थिति क्यों बन रही है<span class="s1">, </span>चलिए इस सवाल का जवाब जानते हैं<span class="s1">.</span></p>
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<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>क्या हैं बारिश के पीछे के कारण<span class="s1">?</span></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">मानसून के बाद भी तमिलनाडु में लगातार बारिश होने के पीछे कई कारण हैं<span class="s1">. </span>दरअसल वैश्विक तापमान में वृद्धि के चलते जलवायु पैटर्न में बदलाव आ रहा है<span class="s1">. </span>इससे बारिश के समय और मात्रा में बदलाव आ रहा है<span class="s1">. </span>इसके अलावा तमिलनाडु बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है<span class="s1">. </span>बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवात और निम्न दबाव के क्षेत्र भी राज्य में भारी बारिश का कारण बन सकते हैं<span class="s1">. </span>साथ ही सर्दियों का मौसम नजदीक है<span class="s1">, </span>ऐसे में पश्चिमी विक्षोभ भी इतनी बारिश के पीछे की वजह हो सकते हैं<span class="s1">. </span>साथ ही एल नीनो<span class="s1">, </span>ला<span class="s1">, </span>नीना जैसी मौसमी घटनाएं भी बारिश के पैटर्न को प्रभावित करती हैं<span class="s1">. </span>कुछ अन्य कारण जैसे शहरीकरण<span class="s1">, </span>जंगलों का लगातार कटाव और बांधों के निर्माण से भी बारिश के पैटर्न में बदलाव देखा जा रहा है<span class="s1">.</span></p>
<p class="p2" style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="यहां जिंदा मगरमच्छ को पकाकर खा जाते हैं लोग, इतने रुपये किलो में मिलता है खून" href="https://www.abplive.com/photo-gallery/gk/here-people-cook-and-eat-live-crocodile-blood-is-available-for-per-kg-facts-2804023" target="_self">यहां जिंदा मगरमच्छ को पकाकर खा जाते हैं लोग, इतने रुपये किलो में मिलता है खून</a></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>क्या कहता है मौसम विभाग<span class="s1">?</span></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग में बना कम दबाव लाला क्षेत्र तमिलनाडु<span class="s1">, </span>पुड्डुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश की तटीय क्षेत्र के पास पंहुचने पर और ज्यादा मजबूत हो गया है<span class="s1">. </span>इन क्षेत्रों में उत्तर पूर्वी हवाएं चलने से बादल बने और फिर भारी बारिश हुई<span class="s1">. </span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><span class="s1">गौरतलब है कि तमिलनाडु में बाढ़ के हालातों को देखते हुए </span>मौसम विभाग के रेड अलर्ट को देखते राज्य के चार जिलों चेन्नई<span class="s1">, </span>तिरुवल्लूर<span class="s1">, </span>कांचीपुरम और चेंगलपट्टू में स्कूल<span class="s1">-</span>कॉलेज बुधवार को बंद रखने रखा गया<span class="s1">. </span>वहीं आइटी कंपनियों को<span class="s1"> 18 </span>अक्टूबर तक वर्क फ्रॉम होम लागू करने का निर्देश दिया है<span class="s1">. </span>साथ ही कर्नाटक में भी बुधवार को स्कूल बंद रखे गए<span class="s1">. </span>दक्षिण रेलवे के बयान के मुताबिक तमिलनाडु के बेसिन ब्रिज और व्यासरपडी रेलवे स्टेशनों के बीच जलभराव के कारण ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं<span class="s1">. </span></p>
<p class="p2" style="text-align: justify;"><span class="s1"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="आचार संहिता में कैसे चलती है सरकार, जानें किन चीजों पर होती है पाबंदी और किसके इशारों पर काम करती है पुलिस" href="https://www.abplive.com/gk/maharashtra-jharkhand-assembly-election-2025-how-the-government-works-under-the-code-of-conduct-facts-2804159" target="_self">आचार संहिता में कैसे चलती है सरकार, जानें किन चीजों पर होती है पाबंदी और किसके इशारों पर काम करती है पुलिस</a></strong></span></p>