Udhayanidhi Stalin: तमिलनाडु में डीएमके नेता और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के प्रमोशन करके उनको उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग की गई. डीएमके के संगठन सचिव आर एस भारती ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता और नेता उदयनिधि की पदोन्नति चाहते हैं.
हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी अध्यक्ष और सीएम एमके स्टालिन इस मामले पर आखिरी फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि अगर उदयनिधि को प्रमोशन मिलता है तो यह 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए बहुत बड़ा फायदा होगा. डीएमके नेता की ये टिप्पणी ऐसी अटकलों के बीच आई है जब अगले सप्ताह मुख्यमंत्री की प्रस्तावित अमेरिका यात्रा से पहले उदयनिधि स्टालिन को सरकार में महत्वपूर्ण पद पर दिया जा सकता है.
क्या कहा आरएस भारती ने?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर भारती ने कहा, “मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को मंत्री उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने पर फैसला करना है. ऐसा होने पर इसकी घोषणा की जाएगी.” उन्होंने कहा, “यह हमारी भी आकांक्षा है लेकिन आखिरकार पार्टी अध्यक्ष के तौर पर मुख्यमंत्री को ही फैसला करना है.”
सनातन विवाद में घिरे थे उदयनिधि
सनातन धर्म के खिलाफ विवादित टिप्पणी में उदयनिधि स्टालिन की काफी आलोचना हुई थी. उदयनिधि स्टालिन ने कहा था, ‘सनातन का सिर्फ विरोध ही नहीं होना चाहिए बल्कि इसे खत्म कर देना चाहिए. जिस तरह मच्छर, मलेरिया, डेंगू या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते और उन्हें जड़ से ही खत्म करना है, उसी तरह सनातन धर्म को भी जड़ से ही खत्म करना चाहिए.’
उदयनिधि स्टालिन को मिली थी बेल
बेंगलुरु की विशेष अदालत ने तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन को एक लाख रुपये के मुचलके के साथ सनातन धर्म पर टिप्पणी मामले में सशर्त जमानत दी थी. अदालत ने सनातन धर्म पर अपमानजनक टिप्पणी के संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता वी. परमेशा की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उदयनिधि स्टालिन को पेश होने का आदेश दिया था. उदयनिधि स्टालिन ने सितंबर 2023 में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की थी.
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