Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को आए 8 दिन हो चुके हैं, लेकिन राज्य में नई सरकार का गठन अब तक अधूरा है. मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बनने के बाद अब मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर खींचतान चल रही है. खासकर गृह मंत्रालय को लेकर विवाद गहराया हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एकनाथ शिंदे गृह मंत्रालय पर अडिग हैं जिसके चलते वह अपने गांव सतारा चले गए हैं. हालांकि बताया जा रहा है कि वे स्वास्थ्य कारणों से वह फिलहाल आराम कर रहे हैं, लेकिन ये भी चर्चा है कि वह नाराजगी में सतारा गए हैं.
इस सियासी खींचतान के बीच कांग्रेस ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए इसे “धोखेबाजी की सजा” करार दिया. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा “महायुति गठबंधन की कहानी राजनीतिक पतन और धोखेबाजी की मिसाल है. एकनाथ शिंदे ने अपने राजनीतिक गुरु के परिवार के साथ धोखा किया जिसके बाद भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया. अब भाजपा उन्हें इस्तेमाल करके बाहर कर रही है. इसके बाद उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीति पर भरोसा नहीं किया जा सकता.”
संजय राउत का सुप्रीम कोर्ट पर तंज
शिवसेना नेता संजय राउत ने भी भाजपा और सुप्रीम कोर्ट पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो सरकार सत्ता में आई थी वह संविधान के खिलाफ बनी थी और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ जिम्मेदार हैं. राउत ने सवाल उठाते हुए कहा “10 दिन बीत गए हैं और भाजपा के पास बहुमत होने के बावजूद सरकार नहीं बन पाई. भाजपा अकेले भी सरकार बना सकती है फिर देरी क्यों हो रही है?”
5 दिसंबर को शपथ ग्रहण का दावा
इस बीच भाजपा नेता बावनकुले ने दावा किया है कि 5 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा. हालांकि ये बयान भी सियासी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसे में महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर राजनीतिक घमासान कब खत्म होगा यह देखने वाली बात होगी.
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