India-China Border Dispute: देपसांग और डेमचोक में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है. भारतीय सेना के सूत्रों ने पहले ही इस बात की पुष्टि कर दी थी. वहीं, अब चीन ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है.
चीन ने अपने बयान में कहा है कि चीन और भारत के सैनिक इस कार्य में लगे हुए हैं. यह काम सुचारू रूप से चल रहा है. भारत और चीन के बीच हाल में ही पेट्रोलिंग पर समझौता हुआ था.
चीन ने जारी किया बयान
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को बीजिंग में एक मीडिया ब्रीफिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, ” चीन और भारत के बीच हाल ही में हुए सीमा क्षेत्र से संबंधित मुद्दों के समझौते के अनुसार, चीनी और भारतीय सीमावर्ती सैनिक संबंधित कार्य में लगे हुए हैं. यह काम सुचारू रूप से चल रहा है.”
Spokesperson of MFA:
In accordance with the resolutions that China and India reached recently on issues concerning the border area, the Chinese and Indian frontier troops are engaged in relevant work, which is going smoothly at the moment. pic.twitter.com/OyRJabkdjn
— Yu Jing (@ChinaSpox_India) October 26, 2024
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिया बड़ा बायं
इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गश्त को लेकर चीन के साथ हुए समझौते का यह मतलब नहीं है कि दोनों देशों के बीच मुद्दे सुलझ गए हैं, हालांकि सैनिकों के पीछे हटने से अगले कदम पर विचार करने का मौका मिला है. उन्होंने समझौते का श्रेय सेना को दिया, जिसने बहुत ही अकल्पनीय परिस्थितियों में काम किया.
जयशंकर ने पुणे में एक कार्यक्रम में कहा, “(सैनिकों के पीछे हटने का) 21 अक्टूबर को जो समझौता हुआ, उसके तहत देपसांग और डेमचोक में गश्त की जाएगी. इससे अब हम अगले कदम पर विचार कर सकेंगे. ऐसा नहीं है कि सबकुछ हल हो गया है, लेकिन सैनिकों के पीछे हटने का पहला चरण है और हम उस स्तर तक पहुंचने में सफल रहे हैं.”