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Ashneer Grover says he Belives in hire fast, fire fast approach not lengthy hiring processes and notice periods

Ashneer Grover Update: भारतपे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर कंपनियों में भर्ती के प्रोसेस पर ऐसा बयान दिया है जो बहुतों को रास नहीं आ सकता है. उन्होंने कहा, वे हायर फास्ट और फायर फॉस्ट अप्रोच (Hire Fast Fire Fast Approach) को सही मानते हैं. लिमिटलेस विथ ईशान शर्मा के साथ पॉडकास्ट में अशनीर ग्रोवर ने ये बातें कही है. 

अशनीर ग्रोवर ने कहा कि कंपनियां किसी भी व्यक्ति की हायरिंग करने में लंबा समय बर्बाद कर देती हैं उसके बाद उस व्यक्ति को खुद को साबित करने के लिए लंबा समय भी दे देती है जो कि एक साल तक हो सकता है. अशनीर ग्रोवर ने कहा, हायरिंग के बारे में जो अब तक मैं समझ पाया हूं कि  हायर फॉस्ट फायर फास्ट और ज्यादातर लोग इससे सहमत नहीं हैं. अभी ज्यादा समय किसी को हायरिंग करने में निवेश किया जा रहा है जिसमें मल्टीपल राउंड लगता है. तब कैंडिडेट भी अपने व्यवहार में कुशल रहता है. जब कैंडिडेट खुद को सेलेक्शन के लिए पेश करता है तो उसके अंदर का सेल्समैन झलकता है. लेकिन अंत में वो काम कर पाएगा या नहीं आप तभी जान पायेंगे जब आप उसे कोई टास्क देंगे. 

अशनीर ग्रोवर ने कहा कई बार लोग खुद को सेल करने में सफल रहते हैं. मेरा मानना है कि हम तीन महीने तक कैंडिडेट की पहचान करने में लगा देते हैं उसके बाद कैंडिडेट दो महीने का नोटिस पीरियड सर्व करता है और हम दो महीने तक इंतजार करते रहते हैं. हम इस सब में छह महीने लगा देते हैं. एक बार कैंडिडेट ज्वाइन कर लेता है तो इनता ही समय हम उसे खुद को साबित करते के लिए देते हैं. एक साल बाद आपको पता लगता है कि वो कैंडिडेट ठीक नहीं है. उन्होंने कहा सबसे बेहतर है कि आप लोकल ऑप्टिमाइजेशन करें. आप तय करें कि आपको कोई कैंडिडेट एक हफ्ते या 15 दिनों में चाहिए. आप जल्दी उसे हायर करें. उसके काम के आधार पर उसे जज करें और ये पता लगाना मुश्किल नहीं है कौन काम करता है और कौन नहीं. इसलिए हायर फास्ट फायर फास्ट मैं कह रहा हूं. 

इस पॉडकास्ट में अशनीर ग्रोवर के साथ आशीष महापात्रा शामिल हुए जो ऑफबिजनेस के को-फाउंडर और ऑक्सीजो फाइनेंशियल सर्विसेज के को-फाउंडर हैं. इनके अलावा सार्थक आहूजा और संजीव बिकचंदानी भी शामिल हुए जो नॉकरी डॉक कॉम के फाउंडर हैं.  

आशीष महापात्रा ने आईटीसी, Mckinsey और मैट्रिक्स में अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, वे 0-3 साल के अनुभव वाले को फ्रेशर्स के तौर पर हायर करना पंसद करते हैं और उस रोल के मुताबिक उसे ढालते हैं. ऐसे कर्मचारी हमेशा कंपनी के प्रति वफादार होते हैं और खुद को साबित करना चाहते हैं. 

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Source link: ABP News

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